एक हवाला कांड को
चुनावी मुद्दा बना दिया
निकला रथ और
पुरे मुल्क में घुमा दिया
हम पाँच साल टिके हैं
भ्रस्ताचार में पले हैं
इसी में बढे हैं
चाहे घिसे हैं या पिटे हें
यूँ काण्ड हुए हैं बहुत अगर
अनुभव दिया हैं हर एक न मगर
वो हर्षद काण्ड हो, चीनी कांड हो
या फिर हवाला काण्ड हो
हम पहले भी हर काण्ड से बच गए
और अब भी बच जायेंगे
चोर है हम
पर जनता को हम चोर नही आयेंगे
चंद्रास्वामी का मुखोटा पहन
हम हर काण्ड समाप्त करते जायेंगे
हमें आशा ही नही पूर्ण विस्वास है
क्योंकि चोरी के वाद में हमारी अपनी ही साख है
___________राज गुप्ता
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