मेरा हमसफ़र
अपनी हर ख़ुशी से पहले वो मेरी ख़ुशी चुनता है
अपने से पहले वो मुझे रखता है
ऐसा है मेरा हमसफ़र
जो मेरे लिए अपनी राहें और खुद की मर्ज़ी को भी बदलता है
मेरी लिए वो जीता है
मेरी पर ही मरता है
और क्या मांगू खुदा से
जब ऐसा हमसफर किसी को मिलता है
वो तो बस खुदा का शुक्रिया ही अदा करता है
शालिनी गुप्ता
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