मकसद जिंदगी का

किसी के लिए जी कर तो देखो
जीने का मज़ा आ जायेगा

किसी के लिए मर कर तो देखो
तुम्हे जीने का अंदाज़ आ जायेगा

किसी के होंटों पर मुस्कराहट लाकर तो देखो
तुम्हे मुस्कुराना आ जायेगा.
और तुम्हे खुश रहना आ जाएगा,

ज़िन्दगी को किसी के लिए लगा कर तो देखो
तुम्हे ज़िन्दगी का मायना समझ आ जाएगा
तुम्हे जीने का मकसद मिल जाएगा

किसी के लिए फूल राहों पर खिला कर तो देखो
तुम्हे काटों का भी दर्द सहना आ जायेगा
और फूलों की तरह मुरझा कर भी खिलना आ जायेगा

किसी के लिए ज़िन्दगी मिटा कर तो देखो
तुम्हे मर कर भी जीना आ जायेगा
तुम्हे मर कर भी जीना आ जायेगा

शालिनी गुप्ता

     
 

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