तिनके तिनके, चुनके चुनके
बनाया है मैंने ये आशिया
अरमानो को मेरे मिटाने चले हो
दुनिया को मेरी लुटाने चले हो
तिनके तिनके, चुनके चुनके
बनाया है मैंने ये आशिया
तुझे बेवफा मैं कह ना सकू,
तुझसे दूर भी मैं रह ना सकू,
ला......ला.....ल....ला ...
तू है मेरी मोहबत सनम,
तुझ ही से है ये आसिया हमदम
तिनके तिनके चुनके चुनके
बनाया है मैंने ये आशिया
तुझको खुशी है इसी से अगर,
मिट जाऊँगा मैं तेरी डगर
क्यो आसूं है तेरी पलकों में मगर
तड़पती क्यूँ है तू मेरे लिए
तिनके तिनके, चुनके चुनके
बनाया हे मैंने ये आशिया
आस है तेरी मुझसे अगर,
प्यास है तेरी मुझसे अगर,
आ जाओ बाँहों में मेरे सनम
आ जाओ बाँहों में मेरे सनम
तिनके तिनके , चुनके चुनके
बनाया है मैंने ये आसिया------------राज गुप्ता
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