समर्पण [ ईश्वर भक्ति]

कोई भी नहीं हमारा
एक तेरा ही सहारा
कोई भी नहीं हमारा
एक तेरा ही सहारा

सारी मुशिकल हल हो जाती
विपदा कोई नहीं है आती
हर मुसीबत से उभारा

एक तेरा ही सहारा
कोई भी नहीं हमारा

मन मे तेरा हो बसेरा
ना रहे कोई अँधेरा
तेरे नाम का हो उजियारा

एक तेरा ही सहारा
कोई भी नहीं हमारा

तू जो है गर साथ मेरे
मे क्यूँ  तन्हा ही रहूँ
तेरे साथ से है गुजारा
तेरे पास है जग ये सारा

एक तेरा ही सहारा
कोई भी नहीं हमारा
एक तेरा ही सहारा

शालिनी गुप्ता 

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