ज़िंदगी एक ख्वाब

जरूरी तो नहीं इस ज़िन्दगी में 
हर इंसां को हर ख़ुशी मिले
यहाँ किसी को गर फूल है मिले 
तो किसी को काटें भी मिले

ये ज़रूरी तो नहीं हर किसी का बागवां ही खिले
कोई तड़पता है ज़िन्दगी के लिए
किसी को चाहते हुए भी मौत ना मिले

हर इंसान भाग रहा है अपने आप से यहाँ
अपना साया तक भी खोजने पर भी अपना सा ना मिले 

हर कोई संघर्ष कर रहा है दो  रोटी के लिए 
किसी को वो रोटी खा कर भी मन का सुकूं ना मिले 
ज़िन्दगी में ख़ुशी मिली तो गम भी सबको संग संग है मिले

कोई तो एक ऐसा इंसान हो
जो समंपूर्ण सुखी मिले

कोई प्यार के लिए जीता है 
किसी को चाहते हुए भी प्यार ना मिले

संघर्ष तो हर कोई कर सकता है
ज़रूरी तो नहीं की मंजिल हर किसी को मिले 
ख्वाव तो सजाते है सभी यहाँ 
पर सभी के तो ख्वाब ना सच होते मिले

अरमानो का गला सभी तो है दबोचे हुए
अपने लिए तो जीता भी हर कोई और मरता भी है
ज़िन्दगी तो वो है जिससे हर किसी को खुशी
और बस खुशी ही मिले

अपनी तो दुआ भी यही है आरजू भी यही है
तमन्ना भी यही है
जो जो चाहे उसे वो मिले
ज़रूरी तो नहीं इस ज़िन्दगी में 
हर इंसां  को हर खुशी मिले 
   
शालिनी गुप्ता        

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