प्रेम धुन [कृष्णा भक्ति]

तू मेरा है सांवरियां
मै तेरी हु बावरियां
किस और मैं कैसे जांऊ
तू ही मुझको बतलादे

किस और मैं कैसे आऊं
तू ही मुझको समझादे

तुझे मेवा खीर खिलाऊ
या माखन मिश्री लाऊँ
किस चीज़ का भोग लगाऊं
तू ही मुझको बतलादे

राधा की पायल लाऊँ
मीरा की वीणा बजाऊ
किस चीज से तुझे रिझाऊ
तू ही मुझको बतलादे

तुझे मन मे अपने बसाऊ
तेरी भक्ति मई खो जाऊ
कैसे मै तुझको पाऊ
तू ही मुझको बतलादे

तुझे मोहन कहके पुकारू
कान्हा कान्हा चिल्लाऊं
किस नाम से तुझे  बुलाऊ
तू ही मुझको बतलादे

कैसे मै तुझको पाऊ
तू ही मुझको समझादे
कैसे मैं तुझ तक आऊ
तू ही मुझको बतलादे

तू मेरा है सांवरियां


शालिनी गुप्ता





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