आँगन की बहार

तूने मुझे संवारा
तूने मेरा घर संवारा
बिन तेरे सूना मेरा घर बार है
तेरे होने से घर में मेरे बहार है 

हर त्यौहार सूना है बिन तेरे 
तेरे घर में होने से  
सजा मेरा हर त्यौहार है 

सफलता की सीढ़ियों पर 
चलना शुरू किया है तूने 
ऊँचाइयों और बुलंदियों पर पहुंचना है 
तुझे  अभी बहुत  सोच समझकर 
हर राह पर चलना है 
मुश्किलें भी होंगी राहों में थोड़ी 
पर हाथ थाम कर हमारा 
तुझे हर मुश्किल से गुजरना है 

दुआ है आरज़ू भी ये है हमारी 
तू खुश रहे हमेशा 
तुझे हमारी हर खुशियों को भी खुश रखना है 

ए प्यारी, नन्ही सी बेटी हमारी 
क्या दू मै तुझे 
तूने मुझे सब कुछ दिया 
हर ख़ुशी हर ख्वाब तूने मेरा पूरा किया 

अब तुझे अपनी मंजिल पर पहुंचना है 
सफलता बाहें थामे तेरी 
और तुझे आगे बढ़ना है 

तूने मुझे संवारा 
तूने मेरा घर संवारा
बिन तेरे सूना मेरा घर बार है
तेरे होने से घर में मेरे बहार है 

शालिनी गुप्ता 

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